चंडीगढ़(प्रजातंत्र शक्ति,जातिंदर टंडन) कहीं ना कहीं पंजाब कांग्रेस में अनुशासन हीनता के कारण पंजाब को हार का मुँह देखना पड़ा पंजाब के कई बड़े नेता चुनावों से पहले धड़ेबंधी का शिकार हो चुके थे जिसके परिणाम स्वरूप पंजाब की सत्ता से कांग्रेस को हाथ धोना पड़ा अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बन चुकी है लेकिन पंजाब में कांग्रेस को दोबारा मज़बूती से खड़ा करने के लिए कांग्रेस हाइकमान गंभीर हो चुकी है कांग्रेस हाइकमान ने युवा और आक्रामक नेता विधायक राजा वडिंग को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है जहां लगभग सभी कांग्रेसी नेताओं ने हाइकमान के फ़ैसले का स्वागत किया है वहीं नवजोत सिधु के एक पूर्व विधायक सुरजीत धीमान ने राजा वडिंग को अध्यक्ष बनाने का विरोध किया है और सोशल मीडिया एवं एक बयान जारी क़र राजा वडिंग के ख़िलाफ़ कई तरह के आरोप लगाए है नव नियुक्त अध्यक्ष पर अनुशासन से बाहर जाकर इस तरह के आरोप लगाने वाले सिधू के करीबी पूर्व विधायक पर हाइकमान ने कारवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित क़र दिया है कपूरथला से विधायक राणा गुरजीत ने हाइकमान के इस सख़्त कदम की प्रशंसा की है और कहा पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए पार्टी में अनुशासन होना अनिवार्य है पार्टी में पिछले कुछ समय से पार्टी में अनुशासन की कमी रही है बिना नाम लिए राणा ने सिधू के अध्यक्ष के अध्यक्ष पद पर रहने वाले समय की याद कारवाई