जालंधर(प्रजातंत्र शक्ति,जातिन्दर टंडन) आम आदमी पार्टी से विधायक बने शीतल अंगुराल ने लोकसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक पद से इस्तीफ़ा देकर भाजपा जॉइन कर ली थी और भाजपा के चुनाव प्रचार में बढ़ चढ़ कर अपना परिवार सहित योगदान दिया लेकिन मौजूदा सरकार ने अभी तक विधायक शीतल का इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया था जिसे आज विधायक शीतल ने चुनाव पूरे होते ही वापस ले लिया हालाँकि 3 जून को विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफ़ा के विषय में ऑपचारिक बातचीत के लिए विधायक शीतल को तलब किया हुआ था लेकिन उससे पहले ही विधायक शीतल ने इस्तीफ़ा वापस ले कर नई राजनीतिक चर्चा को जन्म दे दिया लेकिन आम लोगों द्वारा ग़लत क़यास लगाये जा रहे है कि शीतल अंगुराल दोबारा आप में जा रहे है लेकिन प्रैक्टिकली ऐसा कुछ नहीं है विधायक के अनुसार अगर उनका इस्तीफ़ा मंज़ूर होता है तो वेस्ट हल्के में दोबारा चुनाव आवश्यक संभव हो सकते है और आम आदमी और उनके हल्के पर अतिरिक्त चुनाव का बोझ पड़ेगा और विकास कार्यों में रुकावट अलग से होगी इसी को देखते हुए विधायक
ने अपना इस्तीफ़ा वापस लिया है लेकिन वो आम आदमी पार्टी का विरोध जारी रखेंगे
राजनीतिक पंडितों के अनुसार शीतल का विधायक पद से इस्तीफ़ा देना तब भी ग़लत ही था लेकिन उनपर दल बदल क़ानून के अन्तर्गत करवाई हो सकती थी जिसका उन्हें नुक़सान होता अब अगर अब आम आदमी पार्टी उनपर कारवाई कर उन्हें बर्खास्त करती है तो भी शीतल विधायक पद पर बने रहेंगे वही विधायक शीतल से तो पत्रकार संपर्क नहीं हो सका लेकिन उनके बड़े भाई व राजनीतिक परछाई राजन अंगुराल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल स्पष्ट कर दिया की वह वर्तमान व भविष्य में भाजपा के साथ ही है और रहेंगे वहीं क़रीब 2 बजे वेस्ट हल्के के विधायक शीतल ने भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार सुशील रिंकू के कार्यालय में दोनों की एक साथ सेल्फ़ी भी शेयर कर अपनी राजनीतिक स्थिति भाजपा के साथ स्पष्ट कर दी है।