Caribbean Premier League 2020 (CPL): जोरो-शोरो से हो रहा सट्टेबाजी का कारोबार, कोरोना के कहर में बुक्कियों का लॉकडाऊन हुआ खत्म
जालंधर (प्रजातंत्र शक्ति,सैबी शर्मा): कोरोना के कहर के चलते काफी समय से क्रिकेट मैच बंद होने के कारण शहर के नामी बुक्कियों व छोटे मोटे बुक्कियों को घर में बैठने के लिए मजबूर कर दिया था। लेकिन अब 20-20 सी.पी.एल. मैच शुरु हो गए है। सी.पी.एल. लीग और आई.पी.एल. लीग पूरे देश में देखा जाता है लेकिन ये 2 लीग बुक्कियों के पसंदीदा मैच होते है । क्योंकि पंटर (मैच पर पैसा लगाने वाले) इस मैच में काफी पैसे लगाते है। सूत्रों से पता चला है कि पिछले हुए 2 या 3 मैचों में जालंधर शहर में 50 करोड़ से ज्यादा का सट्टा लग चुका है। सूत्रों से पता चला है कि ये बूकी अपना मोबाइल नम्बर बिना प्रूफ के लेते है हैं। ताकि पुलिस इनको ट्रेस न कर सके हर मैच के बाद नम्बर चेंज कर लिया जाता है ।
क्या है सी.बी.एम. साफ्टवेयर
सी.बी.एम. साफ्टवेयर स्पैशल साफ्टवेयर है जोकि ज्यादातर मैच पर सट्टेबाजी का हिसाब रखने के लिए चलाया जाता है। ये साफ्टवेयर जालंधर ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में यूस होता है। हैरानी के बात ये है कि ये साफ्टवेयर बनाने वाला और कोई नही जालंधर के नामची व्यक्ति है। ये साफ्टवेयर चलाने के लिए साल का 10,000 भरना पड़ता है।
आपको बता दे कि बुक्कियों का लॉकडाऊन खत्म हो चुका है। सूत्रों से पता चला है कि जालंधर शहर के नामची बुक्की व छोटे-मोटे बुक्की जालंधर में काम नही कर रहे। जालंधर शहर में सिर्फ मैच के सट्टे पर लगे पैसों का लेन-देन होता है। सभी बुक्की पुलिस की रेड के डर से जालंधर से भाग कर देहाती या बड़े शहरों में सक्रिय हो चुके हैं। पंटरों का लेन-देन मैच के बाद अगले दिन दिया जाता है।
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