सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन का मामला गर्माया: मेयर जगदीश राजा और पूर्व मेयर सुनील ज्योति आमने-सामने
सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन का मामला गर्माया: मेयर जगदीश राजा और पूर्व मेयर सुनील ज्योति आमने-सामने
जालंधर (प्रजातंत्र शक्ति,मनोज): महानगर के सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन में पिछले 10 साल से कब्जा नहीं मिलने के मामले में कंज्यूमर कमिशन से लोगों को खासी राहत मिली है। पहले स्टेट कंज्यूमर कमिशन से इनके हक में फैसला आया तो अब नेशनल कंज्यूमर कमिशन ने भी इनके खिलाफ इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की याचिका खारिज कर दी है। इस फैसले के बाद जालंधर में शहर की सत्ता को घरने के लिए बयानों का दौर शुरू हो चुका है। कुल 15 करोड़ में से मेयर जगदीश राजा 9.30 करोड़ का भुगतान पहले ही कर दिए जाने की बात कर रहे हैं, वहीं पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने उनकी आलोचना की है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, जालंधर में इंप्रूवमेंट की स्कीम में शहर के सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन में प्लाट खरीदने वालों को पिछले करीब 10 साल से अलॉटमेंट के बाद कब्जा नहीं मिल रहा था। इसको लेकर स्थानीय तौर पर नेताओं के आश्वासनों के बावजूद जब कोई फायदा नहीं हुआ तो अक्टूबर 2019 में 25 अलॉटियों ने स्टेट कंज्यूमर कमिशन में अर्जी लगा दी। वहां से फैसला इनके हक में आने के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने नेशनल कंज्यूमर कमिशन में याचिका दायर की थी।
मंगलवार को नेशनल कमिशन ने ट्रस्ट की याचिका रद्द कर दी। इस बारे में बीबी भानी कांप्लेक्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान दर्शन सिंह आहूजा ने बताया कि ट्रस्ट की सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए कमिशन ने आदेश दिया है कि प्लॉट लेने वाले लोगों को उनकी मूल राशि 9 प्रतिशत ब्याज के साथ वापस की जाए। इसके तहत इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को अब मूल राशि 9.41 करोड़ रुपए, 5.50 करोड़ रुपए ब्याज, पांच लाख कानूनी फीस के रूप में देनी होगी।
इस फैसले की तारीफ करते हुए सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन वेलफेयर सोसायटी के प्रधान एमएल सहगल ने कहा कि लोगों ने लाखों रुपए खर्च के प्लॉट लिए, लेकिन 10 साल बाद भी लोगों को उनका कब्जा नहीं मिल रहा था। जिस जगह पर प्लाट अलॉट किए गए हैं, वहां पर लोगों का कब्जा है और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कब्जा खाली नहीं करवा पा रहा।
हालांकि इस फैसले के बाद जालंधर के मेयर जगदीश राजा ने कहा है कि ठेकेदारों को 9.30 करोड़ रुपए का भुगतान पहले ही किया जा चुका है। वह अपनी पीठ थपथपाते नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने जगदीश राजा के इस बयान की आलोचना की है।
क्या कहा ज्योति ने?
ज्योति ने कहा कि ठेकेदारों का पूरा भुगतान कर देना गलत नहीं है, लेकिन मेयर यह भी बताएं कि इस पैसा आया कहां से। केंद्र सरकार ने 13 करोड़ रुपए फाइनांस कमिशन के फंड के तहत भेजे हैं। इसमें से ठेकेदारों को भुगतान कर दिया है। इसक असर उन विकास कार्यों पर पड़ेगा, जिनके लिए यह फंड आया था। मेयर समझ ही नहीं पा रहे हैं कि शहर की जनता कितनी परेशान हो गई है। जब लोग हिसाब मांगेंगे तो कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं होगा।
किस व्यक्ति को कितने लाख मिलेंगे?
क्रम संख्या अलॉटी का नाम कहां का रहने वाला है रकम
1 राजकुमार सेतिया अबोहर 48.99
2 सुरेंद्र लाल यादव हिसार 35.69
3 राजेंद्र सिंह हिसार 35.69
4 भीम सिंह सिंह हिसार 33.90
5 जसविंदर सिंह विरदी जालंधर 34.11
6 दर्शन लाल अमृतसर 19.69
7 जतिंदर सिंह फरीदकोट 49.53
8 धर्मपाल सिंह जालंधर 39.33
9 हरपाल सिंह अरोड़ा जालंधर 39.19
10 उत्तम कुमार फाजिल्का 79.52
11 अल्का जिंदल पटियाला 70.69
12 नवनीत गोयल संगरूर 39.19
13 राजेश वर्मा लुधियाना 12.33
14 नीलम अमृतसर 35.79
15 गौरव अरोड़ा जालंधर 22.36
16 धर्मपाल जिंदल कैथल 18.34
17 दर्शन सिंह संगरूर 39.18
18 नवीन कुमार हिसार 27.12
19 सुदेश रानी गुरदासपुर 42.30
20 संजीव शर्मा पटियाला 24.45
21 जगतार सिंह पटियाला 28.33
22 गुरुदेव पटियाला 27.98
23 करमजीत धुरी 18.15
24 हरदेव सिंह जालंधर 65.96
25 टेकचंद बठिंडा 50.25
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