जालंधर(प्रजातंत्र शक्ति, साबी) विधानसभा चुनावों में वेस्ट हल्का चुनाव आयोग की नज़र में भी काफ़ी संवेदनशील बन चुका है क्यूँकि राजनीतिक पार्टियों ने ऐसे नेताओं को उमीदवार बना एक दूसरे के सामने खड़ा कर दिया है जिनका पहले से ही छत्तीस का आँकड़ा रहा है कांग्रेस विधायक सुशील रिंकू और आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल चुनावी मैदान में आने से जहां चुनाव प्रचार संवेदनशील होगा वहाँ नतीजे भी रोचक देखने को मिलेंगे दोनो एक दूसरे के कट्टर विरोधी नेताओं में से देखना यह होगा की कांग्रेस के सुशील रिंकू दोबारा विधायक बनते है या आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल पहली बार भाजपा ने अभी पत्ते नही खोले है लेकिन विश्वसनीय सूत्रों की माने तो वह मोहिंदर भगत को टिकट दे मैदान में उतारने की तैयारी क़र चुके है दोनो नेताओं के बीच की तल्ख़ी का कितना फ़ायदा भगत ले पाते है और राजनीतिक वर्चस्व की इस लड़ायी को कौन फ़तह करता है यह तो चुनावी नतीजे ही बताएँगे